वर्तमान समय में भारत में कुल कितने नेशनल हाईवे हैं?

भारत एक विशाल देश है, और यहाँ का सड़क नेटवर्क दुनिया के सबसे बड़े सड़कीय नेटवर्क में से एक है। नेशनल हाईवे (राष्ट्रीय राजमार्ग) देश के प्रमुख शहरों, औद्योगिक क्षेत्रों, और ग्रामीण इलाकों को आपस में जोड़ते हैं। भारतीय नेशनल हाईवे न केवल परिवहन के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह देश की आर्थिक वृद्धि और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी अनिवार्य हैं।


नेशनल हाईवे का परिचय

राष्ट्रीय राजमार्ग भारत की सड़कीय संरचना का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। ये सड़कें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI), सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MoRTH), और अन्य संबंधित एजेंसियों द्वारा प्रबंधित की जाती हैं।

राष्ट्रीय राजमार्गों का उद्देश्य देश के विभिन्न क्षेत्रों को तेज़, सुरक्षित और कुशल यातायात प्रदान करना है। ये सड़कों का नेटवर्क कृषि, उद्योग, व्यापार और पर्यटन में महत्वपूर्ण योगदान देता है।


भारत में कुल नेशनल हाईवे

वर्तमान में भारत में 599 नेशनल हाईवे (2023 तक के आँकड़ों के अनुसार) हैं। इन हाईवे का कुल लंबाई लगभग 1,44,634 किलोमीटर है। यह आंकड़ा निरंतर बढ़ रहा है क्योंकि हर वर्ष नई सड़कों का निर्माण और पुराने राजमार्गों का विस्तार किया जा रहा है।


नेशनल हाईवे की खासियत

  1. लंबाई और चौड़ाई:
    नेशनल हाईवे आमतौर पर चौड़ी और बहु-लेन सड़कों के रूप में बनाए जाते हैं। कुछ प्रमुख हाईवे 6-8 लेन तक के हैं।
  2. स्वास्थ्य और सुरक्षा:
    इन सड़कों को बेहतर गुणवत्ता, यातायात संकेत, और सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखकर बनाया जाता है।
  3. टोल सिस्टम:
    आधुनिक नेशनल हाईवे पर टोल प्लाजा लगाए गए हैं, जिससे राजस्व प्राप्त किया जाता है और सड़कों के रखरखाव में उपयोग किया जाता है।
  4. इंटरकनेक्शन:
    नेशनल हाईवे अन्य राज्यीय सड़कों और ग्रामीण सड़कों से जुड़े होते हैं, जिससे पूरे देश का एकीकृत सड़क नेटवर्क तैयार होता है।

प्रमुख नेशनल हाईवे

  1. NH-44 (सालोंग से कन्याकुमारी):
    भारत का सबसे लंबा हाईवे है जिसकी लंबाई 4,112 किलोमीटर है। यह उत्तर से दक्षिण को जोड़ता है।
  2. NH-27 (पूर्व से पश्चिम कॉरिडोर):
    यह देश का दूसरा सबसे लंबा हाईवे है, जो 3,507 किलोमीटर लंबा है।
  3. NH-48 (दिल्ली-मुंबई):
    यह भारत का सबसे व्यस्त और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हाईवे है।

नेशनल हाईवे के लाभ

  1. आर्थिक विकास:
    राजमार्ग व्यापार और उद्योग के लिए परिवहन लागत को कम करते हैं और समय की बचत करते हैं।
  2. पर्यटन को बढ़ावा:
    बेहतर सड़कों से पर्यटन स्थल अधिक सुलभ हो जाते हैं।
  3. राष्ट्रीय सुरक्षा:
    ये सड़कें सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लिए त्वरित मूवमेंट की सुविधा प्रदान करती हैं।
  4. समाजिक समृद्धि:
    ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के बीच संपर्क बढ़ाकर सामाजिक और आर्थिक अंतर को कम किया जाता है।

भविष्य की योजनाएँ

भारत सरकार ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों का तेजी से विस्तार कर रही है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत में कुल 34,800 किलोमीटर लंबा हाईवे नेटवर्क तैयार करना है।


निष्कर्ष

भारत के नेशनल हाईवे न केवल एक मजबूत परिवहन नेटवर्क हैं, बल्कि यह देश के विकास की रीढ़ भी हैं। यह सड़कों का जाल देश के हर कोने को आपस में जोड़ता है और सामाजिक-आर्थिक प्रगति में योगदान करता है। भविष्य में, यह नेटवर्क और भी विस्तृत और आधुनिक बनेगा, जिससे भारत की प्रगति में और तेजी आएगी।