दोस्तों आज इस आर्टिकल में मैं आपको एक ऐसे Small Business Idea के बारे में बताने वाला हूं जिसको शुरू करने के लिए आपको बहुत ज्यादा इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत नहीं पड़ेगी और दोस्तों इस बिजनेस में आप 200 रुपए की प्रोडक्ट को 2,000 रुपए तक में बेच सकते हैं और लोग भी खुशी खुशी खरीदते हैं क्योंकि दोस्तों मार्केट में इसकी जबरदस्त डिमांड है, इसके अलावा दोस्तों यह बिजनेस फूड से रिलेटेड है और आप ये खुद जानते होंगे की जबतक इस धरती पर लोग रहेंगे तक तक फूड का बिजनेस चलता रहेगा इसलिए दोस्तों अगर आप चाहें तो इस बिजनेस को शुरु कर सकते हैं और इससे अच्छे पैसे कमा सकते हैं और दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं वह बिजनेस कौनसा है तो इस आर्टिकल को लास्ट तक पढ़ते रहें।
दोस्तों अगर आप इस बिजनेस को शुरु करेंगे तो आप अपने आसपास रहने वाले बहुत से लोगों की प्रॉबलम को सॉल्व कर पाएंगे इसलिए दोस्तों मैं आपको इस बिजनेस के बारे में बताऊं इससे पहले मैं आपको उन प्रॉबलम के बारे में बता देता हूं जिनको आप इस बिजनेस के माध्यम से सॉल्व कर सकते हैं।
1. दोस्तों सबसे पहली प्रॉबलम है, बहुत सारे फल व सब्जियां ऐसे होते हैं जो सिर्फ सीजन के टाइम में ही मिलते हैं और उसी टाइम पे वे फ्रेश मिलते हैं और खाने लायक होते हैं, लेकिन दोस्तों आजकल बहुत सारे फल व सब्जियां ऐसे होते हैं जो मार्केट में 12 महीनों मिलते हैं और ये इसलिए हो पाता है क्योंकि उन्हें अप्राकृतिक तरीके से पकाया जाता है या कोल्ड स्टोरेज में रखा जाता है जिसके वजह से उनका स्वाद कम हो जाता है और उनमें पाया जाना वाला न्यूट्रीशनल वैल्यू भी कम हो जाता है और अगर हम इस तरह के फल व सब्जियों को रेगुलर खाते रहेंगे तो इससे हमारे हेल्थ पर साइड इफेक्ट होने का भी चांस रहता है इसलिए दोस्तों मैं आपको जो बिजनेस आइडिया बताने वाला हूं उससे आप इस प्रॉबलम को सॉल्व कर सकते हैं।
2. दूसरा प्रॉबलम है, हमारे आसपास बहुत से ऐसे दुकान होते हैं जहां पर आइस क्रीम बिकता है, फालूदा बिकता है, मिल्क शेक बिकता है और दोस्तों इनमें जो कलर डाला जाता जो वो आर्टिफिशियल कलर होता है जो की हमारे हेल्थ के लिए हानिकारक होता है और इससे कई सारी बीमारियां होने का भी चांस रहता है, तो दोस्तों इस प्रॉबलम को भी आप इस बिजनेस के माध्यम से सॉल्व कर सकते हैं।
3. तीसरा प्रॉबलम बच्चों से रिलेटेड है, दोस्तों आप खुद जानते होंगे की बच्चे हरी सब्जियों खाना ज्यादा पसंद नहीं करते लेकिन दोस्तों हरी सब्जियां बच्चों के लिए बहुत जरूरी होता है क्योंकि इससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है, तो दोस्तों मैं जो आपको बिजनेस आइडिया बताने वाला हूं उससे आप बच्चों को भी हरी सब्जियां खिला सकते हैं।
तो चलिए दोस्तों अब जान लेते हैं उस बिजनेस आइडिया के बारे में, तो दोस्तों मैं आपको बता दूं वह बिजनेस आइडिया है फल व सब्जियों को डिहाइड्रेट करके बेचने का बिजनेस, दोस्तों जब फल व सब्जियों को डिहाइड्रेट किया जाता है तो उनका फ्लेवर भी कम नहीं होता है और उनका न्यूट्रीशनल वैल्यू भी कम नहीं होता है, तो दोस्तों अगर आप चाहें तो फल व सब्जियों को डिहाइड्रेट करके बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते हैं और इससे अच्छे पैसे कमा सकते हैं।
अब दोस्तों हो सकता है की आप सोच रहें होंगे की फल व सब्जियों को डिहाइड्रेट करने के लिए उन्हें धूप में रखना होगा तो दोस्तों मैं आपको बता दूं की ऐसा नहीं करना है क्योंकि अगर आप धूप में फल व सब्जियों को सुखायंगे तो इससे उनका कलर बहुत ज्यादा डार्क हो जाएगा और अगर आप नॉर्मल वेदर के नीच भी सुखायेंगे तो भी फलों वा सब्जियों में ह्यूमिडिटी पकड़ने का चांस रहता है, इसलिए दोस्तों अगर आप फल और सब्जियों को डिहाइड्रेट करना चाहते हैं तो आपको कुछ मशीन खरीदने होंगे और उन मशीनों की मदद से आपको फल और सब्जियों को डिहाइड्रेट करना होगा, और दोस्तों इसमें आपके पास दो ऑप्शन होते हैं पहला ये की आप फल और सब्जियों को डिहाइड्रेट करके डायरेक्ट मार्केट में बेच सकते हैं और दूसरा की आप फल और सब्जियों को डिहाइड्रेट करके उनका पाउडर बना कर बेच सकते हैं क्योंकि जैसे मैने आपको पहले बताया की कई सारे बच्चे ऐसे होते हैं जो कुछ सब्जियों को खाना पसंद नहीं करते हैं तो उनके जो पैरेंट्स होंगे वे सब्जियों का पाउडर खरीद लेंगे और बच्चों को जो सब्जियां अच्छी लगती है उनमें वे उस सब्जी का पाउडर मिला कर खिला सकते हैं जिससे बच्चे खा भी लेंगे और उनको उस सब्जी का न्यूट्रीशनल वैल्यू भी मिल जाएगा।
तो दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं इस बिजनेस को कैसे करना है तो मैं आपको बता दूं की जिस भी फल और सब्जियों का सीजन होगा उस समय आपको उन फल और सब्जियों को बल्क में खरीद लेना है और उन्हे डिहाइड्रेट करके रख लेना है फिर उनको आप ऑफ सीजन में बेच सकते हैं, दोस्तों मैं आपको बता दूं की ऐसी बहुत सारी इंडस्ट्री है जहां पर डिहाइड्रेट फल और सब्जियों का बहुत डिमांड होता है जैसे जैसे की आइस क्रीम इंडस्ट्री, बेकरी इंडस्ट्री, रेस्टुरेंट इंडस्ट्री और भी कई इंडस्ट्री हैं जहां पर डिहाइड्रेट फल और सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है, तो चलिए दोस्तों अब जान लेते हैं की अगर आप इस बिजनेस को शुरु करते हैं तो आपको किन किन चीजों की जरूरत होगी, इसमें कितना इन्वेस्टमेंट लगेगा और इससे आप कितना पैसे कमा सकते हैं।
इस बिजनेस को शुरु करने के लिए आपको इन चीजों की होगी जरूरत
Machinery | Dehydrator Machine, Chopping Machine, Pulverizer Machine. |
Raw Materials | Fruits and Vegetables |
Space | 500-600 SQ FT |
Documentation | FSSAI License, Trade Licence, GST Registration, Udyam Ragistration Certificate. |
Employee | 3-4 Employee |
इस बिजनेस को शुरु करने के लिए इतना आएगा लागत
Machinery | Rs. 2 Lakh |
Raw Materials | Rs. 50,000 |
Documentation | Rs. 10-12k |
Factory Setup | Rs. 1 Lakh |
Working Capital | Rs. 1 Lakh |
इस तरह करें फलों और सब्जियों को डिहाइड्रेट
सबसे पहले आपको सब्जियों को पानी से धूल लेना है फिर उन्हे Chopping Machine की मदद से छोटे छोटे साइज में कट कर लेना है और कट करने के बाद उन्हें ट्रे में रखकर Dehydrator Machine के अंदर रखकर टेंपरेचर सेट कर देना है और लगभग 3 से 4 घंटे के लिए छोड़ देना है जिससे ऑटोमैटिक ही वे सब्जियां डिहाइड्रेट हो जाएंगी जिन्हे आप पैक करके रख सकते हैं और बेचने के लिए भेज सकते हैं इसके अलावा दोस्तों अगर आप उन सब्जियों का पाउडर बनाना चाहते हैं तो Pulverizer Machine की मदद से उनका पाउडर बनाकर भी बना सकते हैं।
इस बिजनेस से इतना होगा कमाई
दोस्तों इस बिजनेस में प्रॉफिट मार्जिन बहुत ज्यादा होता है जैसे की एक उदाहरण के तौर मैं आपको बता दूं की एक किलो स्ट्रॉबेरी की प्राइस लगभग 150 से 200 रुपए होता है लेकिन इसे डिहाइड्रेट करके रख सकते हैं और ऑफ सीजन में 700 से 800 रुपए किलो तक में बेच सकते हैं, यानी की दोस्तों आप किसी भी फल या सब्जियों में मिनिमम 200 रुपए का प्रॉफिट मार्जिन तो निकाल ही सकते हैं और इस हिसाब से अगर आप एक दिन में कोई भी 100 किलो डिहाइड्रेट फल या सब्जी बेच देते हैं तो इससे आपकी एक दिन की आपकी हो जाएगी 20,000 रुपए और महीने की हो जाएगी 6 लाख रुपए।
तो दोस्तों ये थी फल और सब्जियों को डिहाइड्रेट करके बेचने का बिजनेस जिसमे आप बहुत ज्यादा प्रॉफिट मार्जिन कमा सकते हैं।