पोस्टमार्टम (Postmortem) एक चिकित्सा प्रक्रिया है, जिसमें किसी व्यक्ति की मृत्यु के कारणों का पता लगाने के लिए मृत शरीर की विस्तृत जांच की जाती है। इसे “ऑटोप्सी” (Autopsy) भी कहा जाता है। यह प्रक्रिया आमतौर पर संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौतों, आपराधिक मामलों या चिकित्सा अनुसंधान के लिए की जाती है। आइए जानते हैं कि पोस्टमार्टम कैसे किया जाता है और इसके विभिन्न चरण क्या हैं।
पोस्टमार्टम प्रक्रिया के चरण
1. अनुमति और कानूनी प्रक्रिया
पोस्टमार्टम करने से पहले संबंधित अधिकारियों से अनुमति लेना अनिवार्य होता है।
- परिवार की सहमति: यदि मौत सामान्य है, तो परिवार की सहमति आवश्यक होती है।
- कानूनी आदेश: आपराधिक मामलों में पोस्टमार्टम के लिए मजिस्ट्रेट का आदेश लिया जाता है।
2. शव को अस्पताल लाना
मृतक के शरीर को पोस्टमार्टम रूम (Mortuary) में लाया जाता है। इसे खास तौर पर तापमान नियंत्रित कमरे में रखा जाता है ताकि शरीर को संरक्षित रखा जा सके।
3. प्रारंभिक निरीक्षण
- शरीर की बाहरी जांच: मृतक के कपड़े, घाव, चोटों के निशान, या अन्य बाहरी संकेतों को ध्यान से देखा जाता है।
- फोटो और डॉक्यूमेंटेशन: शरीर की तस्वीरें ली जाती हैं और पूरी प्रक्रिया का रिकॉर्ड तैयार किया जाता है।
4. शरीर की आंतरिक जांच
यह प्रक्रिया शरीर के विभिन्न अंगों की जांच के लिए की जाती है।
- विभाजन: शरीर के प्रमुख हिस्सों (सिर, छाती, पेट) को जांच के लिए खोला जाता है।
- अंगों की जांच: हृदय, फेफड़े, यकृत, मस्तिष्क, और अन्य अंगों को हटाकर उनकी जांच की जाती है।
- नमूना संग्रह: खून, मूत्र, पेट की सामग्री और ऊतकों के नमूने जांच के लिए संग्रहित किए जाते हैं।
5. विश्लेषण और रिपोर्ट तैयार करना
- फोरेंसिक जांच: प्राप्त नमूनों को फोरेंसिक लैब में भेजा जाता है।
- मृत्यु का कारण: मौत की सटीक वजह जैसे कि जहरीले पदार्थ, चोट, या बीमारी की पहचान की जाती है।
- रिपोर्ट तैयार करना: पोस्टमार्टम की पूरी जानकारी को एक रिपोर्ट के रूप में दर्ज किया जाता है।
6. शरीर को सौंपना
पोस्टमार्टम प्रक्रिया समाप्त होने के बाद मृत शरीर को सिलकर पहले जैसी स्थिति में लाया जाता है और परिवार को सौंप दिया जाता है।
पोस्टमार्टम में लगने वाला समय
- सामान्य मामलों में यह प्रक्रिया 2 से 4 घंटे में पूरी हो जाती है।
- जटिल मामलों में, जैसे कि जहर या अन्य आपराधिक संदिग्धता, प्रक्रिया लंबी हो सकती है।
पोस्टमार्टम के उद्देश्य
- मौत के सही कारण का पता लगाना।
- अपराधों की जांच में मदद करना।
- बीमारियों और स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानकारी जुटाना।
- चिकित्सा अनुसंधान और शिक्षा में योगदान देना।
सावधानियां और नैतिकता
पोस्टमार्टम के दौरान मृतक के सम्मान का पूरा ध्यान रखा जाता है। परिवार को पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाती है और उनकी भावनाओं का सम्मान किया जाता है।
निष्कर्ष
पोस्टमार्टम एक महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया है जो न केवल मौत के कारणों को उजागर करती है बल्कि कानून और न्याय प्रक्रिया में भी मददगार होती है। हालांकि, इसे केवल विशेषज्ञ डॉक्टरों और फोरेंसिक टीम द्वारा ही किया जाना चाहिए ताकि सटीक और विश्वसनीय परिणाम प्राप्त हो सकें।