MSME Kya Hai जानिए पूरी जानकारी

msme kya hota hai

दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं MSME Kya Hai तो यह आर्टिकल आपके लिए है।

दोस्तों अक्सर आप अखबार या टेलीविजन में ये सुनते होंगे सरकार ने MSME के लिए ये घोषणा लिया, ये फैसला किया, MSME व्यापारियों को हुआ लाभ, इस तरह के बहुत सारे न्यूज हमें सुनने को मिलता है। लेकिन दोस्तों क्या आप जानते हैं आंखिर ये MSME Kya Hai और हमारे देश में इसका क्या महत्व है? आज इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में चर्चा करेंगे और इसकी बारे में विस्तार से जानेंगे।

MSME Kya Hai

MSME का पूरा नाम Micro Small and Medium Enterprises होता है, इसे हिंदी में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम बोला जाता है। आसान भाषा में कहा जाए तो जो व्यापार छोटे लेवल पर होते हैं वे MSME के अंतर्गत आते हैं। इसका मतलब ही होता है छोटा एवं मध्यम व्यापार। MSME स्थानीय स्तर पर होता है और इसे कम जगह या बहुत कम लोगों द्वारा भी किया जा सकता है। MSME उद्योग दो प्रकार से होते हैं।

1. Manufacturing Enterprise

2. Service Enterprises

MSME के प्रकार (Types of MSME in India)

1. Manufacturing Enterprise विनिर्माण उद्यम

जहां पर नई चीजों को बनाया जाता है यानी नई सामानों का निर्माण होता है उसे मैन्यूफैक्चरिंग उद्योग कहते हैं। उदाहरण – ब्रेड मैन्यूफैक्चरिंग का काम

2. Service Enterprises सेवा उद्यम

Service Enterprises में लोगों को सेवा देना का काम किया जाता है, इस बिजनेस जहां पर लोगों के लिए सर्विस प्रदान किया जाता है सेवा उद्यम में अंतर्गत आते हैं। उदाहरण – लोन देने का बिजनेस

MSME उद्योग का वर्गीकरण (MSME Classification in India)

1. Micro Enterprise सूक्ष्म उद्योग

ऐसे उद्योग जिनका इन्वेस्टमेंट 1 करोड़ और टर्नओवर 5 करोड़ होता है उन्हे सूक्ष्म उद्योग कहा जाता है।

2. Small Enterprise लघु उद्योग

ऐसे उद्योग जिनका इन्वेस्टमेंट 10 करोड़ और टर्नओवर 50 करोड़ तक होता है उन्हे small interprise यानी लघु उद्योग कहा जाता है।

3. Medium Enterprise लघु उद्योग

ऐसे उद्योग जिनका इन्वेस्टमेंट 30 करोड़ और टर्नओवर 100 करोड़ तक होता है उन्हे Medium Enterprise यानी लघु उद्योग कहा जाता है। 

बिजनेस को MSME में रजिस्टर कैसे कराते हैं ? (MSME Ragistration In Hindi)

  • ऊपर बताए गए वर्गीकरण के अनुसार अगर कोई बिजनेस खरा उतरता है तो वह आसानी से MSME में रजिस्टर हो सकता है। MSME में रजिस्टर होने के बाद बिजनेस को सरकार के तरफ से भी फायदे मिलने लगते हैं।
  • अपने बिजनेस को MSME में रजिस्टर करने के लिए सबसे पहले इसके आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होता है इसके बाद वहां पर अपना कैटेगरी सेलेक्ट करें फिर रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर के जरूरी दस्तावेजों का pdf बनाकर सबमिट कर दें।
  • दूसरा तरीका – MSME में रजिस्टर कराने के लिए आप किसी वकील या CA का हेल्प ले सकते हैं जिसमे आपको थोड़ा पैसा लग सकता है लेकिन उसे आप सुरक्षित तरीके से रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

MSME को मिलने वाले लाभ (MSME Ke Fayde)

1. लाइसेंस रजिस्ट्रेशन पर छूट

2. पेमेंट सुरक्षा

3. बैंक से बॉन्ड-फ्री लोन की सुविधा

4. ओवरड्रफ्ट पर ब्याज दर में राहत मिलना

5. प्रोडक्ट की मार्केटिंग करने के लिए सरकार के तरफ से सुविधा

6. टेक्नोलॉजी में बढ़ोतरी

MSME के बारे में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य (Important Facts About MSME)

  • MSME भारतीय अर्थव्यवस्था की बैकबोन यानी रीढ़ की हड्डी मानी जाती है।
  • यह भारत के टोटल GDP यानी सकल घरेलू उत्पाद का 29 फीसदी योगदान अकेले देता है।
  • MSME को बढ़ावा देने के लिए पीएम मुद्रा योजना और उद्योग आधार योजना चलाई जा रही हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों हमने इस आर्टिकल में जाना MSME Kya Hai के बारे में, अगर आपको भी कोई बिजनेस खोलना है तो उसे आप इस तरीके से MSME में रजिस्टर कर सकते हैं और सरकार की तरफ से लाभ पा सकते हैं।