डायरेक्ट सेलिंग का भविष्य क्या है? | Future of Direct Selling in Hindi

दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं की Direct Sell Ka Future Kya Hai या सर्च कर रहें हैं Future of Direct Selling in Hindi तो यह आर्टिकल आपके लिए है। आज इस आर्टिकल में मैं आप सभी को डायरेक्ट सेलिंग के कुछ आंकड़ों के बारे में बताऊंगा जिसमे आपको Direct Selling Ka Future के बारे में अंदाजा हो जाएगा की यह बिजनेस आने वाले दिनों में कैसा होने वाला है।

क्योंकि दोस्तों अगर आप कहीं भी अपना कैरियर बनाना चाहते हैं या उस फील्ड में अपना टाइम देना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको उसके Future के बारे में पता होना चाहिए, की आने वाले दिनों में उसका अस्तित्व कैसा होगा, हम उस फील्ड में कामयाब हो पाएंगे या नहीं। वैसे तो Future की कल्पना करना वास्तविक नही है फिर भी हमे कुछ आंकड़ों के माध्यम से उसका थोड़ा बहुत Future के बारे में जान सकते हैं की आने वाले दिनों में इसका भविष्य कैसा हो सकता है। ठीक इसी तरह यदि आप डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस में हैं और सोच रहें हैं की Direct Selling Ka Future Kya Hai तो आज इस आर्टिकल से आपको डायरेक्ट सेलिंग का आंकड़ा पता चल जाएगा की यह बिजनेस कितना पोटेंशियल है और आने वाले दिनों में इसका क्या स्कोप होगा। तो चलिए दोस्तों अब बिना टाइम वेस्ट किए सीधे प्वाइंट पे आते हैं और जानते हैं हैं Future of Direct Selling in India 2025 in Hindi के बारे में।

भारत में डायरेक्ट सेलिंग का भविष्य (Future of Direct Selling in Hindi)

दोस्तों आने वाले दिनों में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री बहुत तेजी से ग्रोथ करेगा और इसका सबसे कारण है भारत की बढ़ती हुई जनसंख्या और बेरोजगारी।

दोस्तों आज हमारे भारत देश में 140 करोड़ से भी ज्यादा जनसंख्या है लेकिन जितना हमारे देश में बीमारी और भुखमरी का समस्या नही है उससे भी कहीं ज्यादा समस्या है बेरोजगारी का क्योंकि भारत में ज्यादातर लोग युआ हैं और यह संख्या दिनों दिन और तेजी से बढ़ती जा रही है। भारत में हर साल लगभग 35 लाख बच्चे अपनी पढ़ाई पूरी करके जॉब के लिए निकलते हैं लेकिन उन 35 लाख लोगों को हर साल जॉब नही मिल पाती। Centre for Monitoring Indian Economy (CMIE) की रिपोर्ट के अनुसार भारत का बेरोजगारी दर 8.5% पर पहुंच चुका है (22 दिसंबर 2022 तक) जो की शहरी इलाकों में 9.4% बेरोजगारी दर है और ग्रामीण इलाकों में 8.1% है। CMIE द्वारा हर महीने तथा हर रोज भारत की बेरोजगारी दर को सार्वजनिक किया जाता है इसे आप CMIE की ऑफिशियल वेबसाइट www.unemploymentindia.cmie.com पर जाकर देख सकते हैं।

दोस्तों भारत में बेरोजगारी बढ़ने का 4 सबसे मुख्य कारण हैं –

1.जनसंख्या वृद्धि (Population)

भारत में दिनों दिन तेजी से जनसंख्या वृद्धि बढ़ रही है और इसको संतुलन करने के लिए अभी तक कोई कारगर सुविधा नजर नहीं आ रहा क्योंकि जाहिर सी बात है पहले से ही इतना ज्यादा जनसंख्या है तो जनसंख्या वृद्धि तो बढ़ेगा ही इसको खत्म करने का एक ही तरीका है की लोग बच्चे पैदा करना बंद कर दें लेकिन ऐसा कभी होगा नही और यदि हर व्यक्ति सिर्फ एक बच्चा पैदा करे तो उससे बहुत ज्यादा लिंग अनुपात का संतुलन बिगड़ सकता है जैसे अभी चाइना में हो रहा है, चाइना की सरकार ने एक नियम लाया था जिसमे हर नागरिक को सिर्फ एक बच्चा पैदा करने की अनुमति थी लेकिन इसके वजह से लडको और लड़कियों की अनुपात में बहुत ज्यादा फर्क हो गया जिसमे लड़कों की तुलना में लड़कियों की संख्या कम हो गई इसलिए यह साबित होता है की एक बच्चा पैदा करने की पॉलिसी कारगर नहीं है। अब आते हैं दूसरे पॉलिसी पर जो भारत सरकार ने लागू किया था की हर नागरिक को 2 बच्चे पैदा करना चाहिए लेकिन यह तरीका भी कारगर साबित होता नही दिखाई दे रहा और फिर भी दिनों दिन भारत की जनसंख्या दर बढ़ रही है इसलिए यह कहना गलत नही है की जनसंख्या वृद्धि को कभी कम नहीं किया जा सकता है और जब जनसंख्या वृद्धि बढ़ेगी तो जाहिर सी बात है बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ेगा।

एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 5 करोड़ युवा हर साल सरकारी नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं और हर साल सिर्फ 6 से 7 लाख युवाओं को ही सरकारी नौकरी मिल पता है और इस तरह से हर साल करोड़ों युवाएं बेरोजगार हो रहें हैं।

2. तकनीक (Technology)

दोस्तों बेरोजगारी बढ़ने का दूसरा सबसे प्रमुख कारण है बढ़ती हुई टेक्नोलॉजी क्योंकि हर किसी को काम आसान चाहिए और हर कोई चाहता है की काम जल्दी हो जिसके वजह से अगर किसी की फैक्ट्री है तो वह सोचता है की 10 लोगों को सैलरी देने से अच्छा है एक मशीन लगा दिया जाए जिससे उसको सैलरी भी नही देना पड़ेगा और इंसान की तुलना में काम भी ज्यादा होगा। चलिए इसको मैं कुछ उदाहरण से समझाता हूं

  • पहले के समय में एक तालाब को खोदने के लिए सैकड़ों लोग उसमे काम करते थे और तालाब खोदने में महीनो का समय लग जाता था लेकिन आजकल एक JCB मशीन यही काम कुछ घंटो में ही कर देता है।
  • पहले के समय में ट्रैफिक जाम ना लगे इसके लिए 4 से 5 पांच ट्रैफिक पुलिस को रखा जाता है लेकिन आज के समय में Traffic Light से काम चल जाता है और अब तो कहीं कहीं पर रोबोट्स को भी लग चुके हैं।
  • पहले के समय में बैंक में एकाउंट ओपन करवाना रहता था तो यह काम सिर्फ बैंक जाकर ही होता था लेकिन आजकल सब काम डिजिटल हो गया है जिससे आप घर बैठे बैंक अकाउंट ओपन कर सकते हैं, पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं, ATM से पैसे निकाल सकते हैं, ATM से ही पैसे भी जमा कर सकते हैं यानी की आपको बैंक जाने की भी जरूरत नही है।
  • जब हम बाहर से कुछ ऑर्डर करते हैं तो डेलिवरी बॉय के द्वारा सामान को पहुंचाया जाता है लेकिन यही काम अब ड्रोन विमान से होने लगा है जो की डिलिवरी बाय जहां 1 घंटे सामान पहुंचाएगा वहां ड्रोन विमान 1 मिनट में पहुंचा कर आ जाएगा।
  • किसी चीज की निगरानी करनी होती थी तो पहले सिक्योरिटी गार्ड को रखा जाता था लेकिन अब उसके जगह CC TV कैमरा लगाया जाता है क्योंकि इंसान को भूख लगेगी, वह रेस्ट भी करेगा उसे सैलरी भी देना पड़ेगा लेकिन CC TV कैमरा को न तो सैलरी देना पड़ेगा, ना तो वह रेस्ट करेगा और न ही उसे भूख प्यास लगेगी।

तो दोस्तों इन कुछ उदाहरण से आप समझ गए होंगे की कैसे टेक्नोलॉजी इंसानों को रिप्लेस कर रहा है और हर फील्ड में टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है और इसको रोका भी नही जा सकता क्योंकि हम टेक्नोलॉजी को रोक देंगे तो 100 साल पीछे चले जाएंगे और दुनिया बहुत आगे निकल जाएगी। इसलिए टेक्नोलॉजी का बढ़ना तय है और टेक्नोलॉजी बढ़ेगी तो बेरोजगारी भी बढ़ता ही जाएगा।

3. शिक्षा की कमी

बेरोजगारी बढ़ने का तीसरा सबसे प्रमुख कारण है शिक्षा की कमी क्योंकि आज भी ज्यादातर स्कूल कॉलेजों में नई स्किल्स के बारे में नही सिखाया जाता और सिर्फ किताबी भाषा पढ़ाया जाता है जिसके वजह से बच्चे सिर्फ एग्जाम पास करने के लिए पढ़ाई करते हैं और वे नई स्किल्स को नही सीख पाते जिसके वजह से ज्यादातर युवाओं को लगता है की सिर्फ नौकरी ही सबकुछ है और सब नौकरी के पीछे भागते हैं, वहीं यदि अगर स्कूल कॉलेजों में उन्हें नई नई स्किल्स के बारे में सिखाया गया होता, Entrepreneurship के बारे में सिखाया गया होता तो लोग अपने स्किल से कुछ न कुछ स्टार्टअप शुरू कर लेते। हालांकि इसको अभी भी सुधारा जा सकता है अगर स्कूल कॉलेजों में बच्चों को किताबी नॉलेज से ज्यादा स्किल्स के बारे सिखाया जाए।

4. कंपनी पर बढ़ता हुआ बोझ

बढ़ते महंगाई के साथ साथ कंपनियों का लेबर कॉस्ट भी बढ़ता जा रहा है, बिजली का बिल ज्यादा देना पड़ता है, GST ज्यादा देनी पड़ती है जिसके वजह से कंपनियों पर बोझ बढ़ता जा रहा है और बहुत सारी कंपनियां बंद हो चुकी है और आगे भी होती जा रही हैं दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 5 सालो में 7 प्रमुख सेक्टर में 3.64 करोड़ से भी ज्यादा लोग बेरोजगार हो चुके हैं तथा www.statista.com की रिपोर्ट के अनुसार जून 2022 तक 784 हजार से भी ज्यादा कंपनियां बंद हो चुकी हैं जबकि 19 हजार कंपनियों का मर्ज हो चुका है।

तो दोस्तों ये थी 4 ऐसी प्वाइंट जिसके वजह से बेरोजगारी दर तेजी से बढ़ रहा है लेकिन इसके अलावा भी देश में एक और समस्या है और वो है Under Employment का।

Under Employment यानी की लोगों को उनके काम के अनुसार पैसा नही मिल पा रहा है।

जो लोग अपने काम में एक्सपर्ट होते हैं, जो अपने काम को बहुत अच्छे से कर सकते हैं लेकिन उन्हें उनकी स्किल्स और काम के अनुसार उन्हें पैसा नही मिल पता जिसके वजह से लोग कम पैसों में भी काम करने के लिए मजबूर हो जाते हैं।

आपने अकसर देखा होगा कई लोग पढ़ाई में लाखों खर्च करके B.tech, Engeneering, Medical की पढ़ाई करते हैं लेकिन Under Employment की वजह से उन्हें उनके काम और स्किल्स के अनुसार काम नही मिल पता और वे 10-15 हजार की नौकरी को करने के लिए मजबूर हो जाते हैं, देश में इस तरह की समस्या बहुत तेजी से बढ़ती जा रही है और इनको खत्म करने का कोई बेस्ट समाधान नहीं मिल पा रहा है।

लेकिन दोस्तों एक इंडस्ट्री ऐसी भी है जो इन सभी समस्यायों को जड़ से खत्म कर सकती है और वो है Direct Selling Industry.

डायरेक्ट सेलिंग ने पिछले कुछ सालों में बहुत तेजी से ग्रोथ किया है और लाखों करोड़ों लोगों को रोजगार दे चुका है क्योंकि दोस्तों डायरेक्ट सेलिंग ही एकमात्र ऐसी इंडस्ट्री है जिसको न तो टेक्नोलॉजी खत्म कर सकती और ना ही जनसंख्या वृद्धि क्योंकि डायरेक्ट सेलिंग इन दोनो का ही पर्याय है मतलब की जितना ज्यादा टेक्नोलॉजी बढ़ेगा, जितना ज्यादा जनसंख्या वृद्धि होगी उतना ही तेजी से डायरेक्ट सेलिंग भी बढ़ेगा।

आप इन कुछ रिपोर्ट्स को देखकर आने वाले दिनों में डायरेक्ट सेलिंग के आंकड़ा को समझ सकते हैं

Future of Direct Selling in India 2025 in Hindi

FICCI-KPMG INDIA के अनुसार डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री ने पिछले चार पांच सालो में 16 प्रतिशत की ग्रोथ की है। इस हिसाब से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का कारोबार 120 बिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। यही वजह है की भारत में भी बहुत सारी कंपनियां डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस की ओर आकर्षित हो रही हैं।

भारत में डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री का 120 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का यह भी एक कारण है की इस इंडस्ट्री में ज्यादातर वही लोग जुड़े हुए हैं जो मिडल क्लास फैमिली से बिलोंग करते हैं और अपने सपनो को पूरा करने के लिए रात दिन मेहनत कर रहें हैं और डायरेक्ट सेलिंग कंपनियां भी उन्हें अच्छा मुनाफा देती है जिससे कंपनी और डिस्ट्रीब्यूटर दोनो को फायदा हो रहा है।

अगर हम केवल भारत की राजधानी दिल्ली की ही बात करें तो यहां के लोग तेजी से डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस की ओर आगे बढ़ रहें हैं और हर साल लगभग तीन से चार लाख लोग इस बिजनेस में जुड़ रहें हैं। इस बिजनेस के प्रति लोगों का आकर्षण होने का एक और कारण है की आज के टाइम में जीवन यापन के खर्चे बहुत बढ़ गए हैं और जिससे लोगों का एक साधारण सी जॉब से गुजारा नही चल पा रहा है जिसके वजह से वे एक एक्स्ट्रा पार्ट टाइम कमाई के बारे में सोचते हैं ऐसे में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस उनके लिए एक बेस्ट विकल्प है। एक सर्वे के अनुसार डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस से भारत सरकार को भी अच्छा टैक्स मिलता है और 2025 तक 1500 से 2000 मिलियन तक टैक्स में वृद्धि हो जाएगी यानी की इससे भारत सरकार को भी फायदा हो रहा है तो इससे आप समझ सकते हैं की आने वाले दिनों में डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस और तेजी से बढ़ेगा।

Direct selling से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें

1. WFDSA ( World Federation of Direct Selling Association) की 2019-20 की रिपोर्ट के अनुसार पूरी दुनिया भर में इस समय 120 मिलियन लोग डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं।

2. पूरी दुनिया भर में लगभग15.2 मिलियन ऐसे लोग हैं जो डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस को एक कैरियर के रुप में काम करते हैं।

3. पूरी दुनिया भर में लगभग 44.2 मिलियन ऐसे लोग हैं जो डायरेक्ट सेलिंग बिजनेस को पार्ट टाइम के रुप में काम करते हैं।

4. 60.5 मिलियन ऐसे लोग हैं जो इस इंडस्ट्री में सिर्फ प्रोडक्ट यूज के लिए काम करते हैं।

5. डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री में पूरी दुनिया भर में लगभग 74% महिलाएं और 26% पुरुष काम करते हैं

Reports of FICCI on Direct Selling

1. FICCI ( Federation of Indian chambers of commerce and industries) की रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक direct selling इंडस्ट्री 64000 करोड़ को पार कर जाएगी। 

2. भारत में 2025 तक ficci की अनुमानित अंकड़ो के अनुसार लगभग 18000000 ( 1 करोड़ 80 लाख ) तक डायरेक्ट सेलर्स हो जाएंगे।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में मैने आपको Direct Selling Future in India 2025 in Hindi के बारे में बताया जिसमे आपने डायरेक्ट सेलिंग के आंकड़ों के बारे में जाना की यह इंडस्ट्री आने वाले दिनों में कितना आगे जाएगी, मुझे पूरा उम्मीद है अब आप Direct Selling Future in Hindi के बारे में अच्छे से समझ गए होंगे।

दोस्तों अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अपने सभी टीम के साथ भी जरूर शेयर करें ताकी वे भी इस Future of Direct Selling in Hindi के बारे में पढ़ सकें।