FMCG Kya Hai इसमें कौन कौन से प्रोडक्ट आते हैं जानिए इसकी पूरी जानकारी | FMCG Full Form in Hindi

दोस्तों अगर आप जानना चाहते हैं FMCG Kya Hai या FMCG Full Form in Hindi तो यह आर्टिकल आपके लिए, इस आर्टिकल में मैं आपको FMCG के बारे में पूरी विस्तार से जानकारी दूंगा की FMCG Kya Hota Hai इसमें कौन कौन से प्रोडक्ट आते हैं, इसके क्या फायदे व नुकसान होते हैं, FMCG कंपनियों तथा भारत में इसका क्या इतिहास रहा है।

एफएमसीजी क्या है? (FMCG Kya Hai)

ऐसे प्रोडक्ट्स जिनको कंज्यूमर द्वारा अधिक मात्रा में इस्तेमाल किए जाते हैं या जिन प्रोडक्ट्स का दैनिक जीवन में रोज इस्तेमाल किया जाता है उन्हें FMCG Products कहते हैं। FMCG का फुल फॉर्म – फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स होता है।

FMCG Products List in Hindi

FMCG उत्पादों में कई प्रकार के उत्पाद शामिल हैं जिनकी लिस्ट आप नीचे देख सकते हैं –

पेय पदार्थ – एनर्जी ड्रिंक्स, जूस, पानी बॉटल।

प्रोसेस्ड फूड – अनाज, मक्खन, दूध, दही, पास्ता आदि के पके हुए प्रोडक्ट्स।

प्रिपेयर्ड फूड – सभी प्रकार के फास्ट फूड पदार्थ।

बेक किए हुए प्रोडक्ट्स – ब्रेड, बिस्कुट, कुकीज इत्यादि।

दवाई – बिना पर्चे के ली जाने वाली दवाइयां जैसे – पेन किलर, एस्पिरिन आदि।

फ्रेश, फ्रोज़ेन और शुष्क पदार्थ – सब्जी, फ्रूट्स, ड्राइ फ्रूट आदि।

सौंदर्य प्रसाधन – कंसीलर, टूथपेस्ट, हेयर केयर, साबुन इत्यादि।

ऑफिस सप्लाई – पेन, मार्कर, पेंसिल इत्यादि।

साफ़ सफाई के आइटम – खिड़की, दरवाजे, फर्श आदि साफ करने वाले उत्पाद।

प्रॉडक्ट्स तीन कैटेगरी के होते हैं

ड्यूरेबल, नॉन ड्यूरेबल और सेवाएं

ड्यूरेबल गुड्स वे पदार्थ होते हैं जिनकी सेल्फ लाइफ तीन साल या इससे अधिक हो सकती है। और नॉन ड्यूरेबल गुड्स वे पदार्थ होते हैं जिनकी सेल्फ लाइफ एक साल से कम होती है। FMCG यानी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स, नॉन ड्यूरेबल कैटगरी में आते हैं क्योंकि इनकी सेल्फ बहुत कम होती है।

इन प्रोडक्ट्स को ज्यादा लंबे समय तक स्टोर करके नही रखा जा सकता इसलिए इनकी सेल्फ लाइफ बहुत कम होती है। यह प्रोडक्ट्स तुरंत इस्तेमाल के लिए होते है लेकिन उपभोक्ताओं के बीच मार्केट में इनकी डिमांड भी ज्यादा होती है। जैसे – डेयरी प्रोडक्ट्स, मीट, बेक किए गए उत्पाद आदि। यह प्रोडक्ट्स अधिक मात्रा में खरीदे जाते हैं और तेजी से इस्तेमाल भी किए जाते हैं, इन प्रोडक्ट्स की दाम कम होते हैं लेकिन ये प्रॉडक्ट्स मार्केट में ज्यादा मात्रा में बिकते भी हैं।

इनके ठीक विपरित स्लो मूविंग प्रोडक्ट्स वे होते हैं जिनकी दाम ज्यादा होते हैं लेकिन इनको अधिक समय तक टिकाऊ होते हैं और लंबे समय तक चलते हैं और काफी समय बाद भी खरीदे जा सकते हैं। जैसे – इलेक्ट्रॉनिक्स एप्लायंसेज फर्नीचर आदि।

दुनिया में लगभग हर कोई अपनी दैनिक जीवन में FMCG Products का ज्यादा इस्तेमाल करता है। यह प्रॉडक्ट्स किराना स्टोर, सुपरमार्केट जैसे स्थानों पर ग्राहकों द्वारा छोटे पैमाने पर खरीदे जाने वाले उत्पाद हैं। जैसे – फल, फ्रूट्स, दूध, सब्जियां, दवाएं इत्यादि।

ग्राहकों द्वारा किया जाने वाले दैनिक खर्चों में आधे से ज्यादा FMCG प्रोडक्ट्स के लिए किया जाता है क्योंकि ये रोजमर्रा की जिंदगी में उपयोग होने वाले उत्पाद होते हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था में चौथा सबसे बड़ा सेक्टर है FMCG सेक्टर।

रोजमर्रा में यूज होने वाले प्रॉडक्ट्स में ये इंडस्ट्री सेल का 50 प्रतिसत बनाते हैं। स्वास्थ्य उत्पादों का योगदान 30-32 प्रतिसत है तथा 18-19 प्रतिसत अन्य खान पान के पदार्थों से आता है।

History of FMCG (भारत में एफएमसीजी का इतिहास)

भारत में सन् 1950 और 1980 के बीच में FMCG सेक्टर में बहुत सीमित निवेश हुआ था। उस समय स्थानीय लोगों की खरीदने की छमता बहुत कम थी। जिसके वजह से वे महंगे प्रोडक्ट्स न लेकर सिर्फ जरुरत की चीजें ही खरीद पाते थे।

भारतीय सरकार लोकल दुकानदारों को बढ़ावा देना चाहती थी। हालंकि बाद में 1980-90 के बीच लोगों के बीच अलग अलग वैरायटी की मांग होने लगी जिसकी वजह से FMCG कंपनियां अपने उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित हुए।

धीरे धीरे FMCG कंपनियों को बढ़ाव मिलने लगा और फिर कई नई कंपनियों ने भी FMCG सेक्टर में कदम रखा।

भारत में 1991 में वैश्वीकरण और उदारीकरण होने से पहले स्थानीय ग्राहकों के लिए विदेशी कपड़ा और खानपान उपलब्ध नहीं था। उस दौरान लोग ब्रांड का नाम भी नहीं जानते थे।

1991 के बाद FMCG इंडस्ट्री विदेशी कंपनियों से प्रभावित हुई और धीरे धीरे विदेशी FMCG कंपनियां भी भारत में आने लगीं।

FMCG Products के फायदे व नुकसान

FMCG सेक्टर बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार का मौका देती हैं। वर्तमान में लगभग 3 मिलियन लोग इस सेक्टर में कार्यरत हैं। किराना स्टोर, सुपरमार्केट, डिपार्टमेंटल स्टोर ऐसी जगहें हैं जहां से उपभोक्ता अपनी रोजमर्रा की जिंदगी के जरुरी सामान खरीदता है। लेकिन धीरे धीरे लोग अब सामान लेने के लिए ज्यादा इधर उधर जाना पसंद नही करते जिसके वजह से सुपरमार्केट खुलने लगे हैं। सुपरमार्केट में आप एक ही जगह से अपने हर तरह के दैनिक दिनचर्या के समान खरीद सकते हैं इसके लिए आपको कहीं इधर उधर जाने की जरुरत नही। हाइपर सिटी, बिग बाजार, रिलायंस रिटेल, इजी डे, स्पेंसर, स्टार होटल आदि ऐसे ही बहुत सारे सुपरमार्केट हैं। सुपरमार्केट काफी प्रॉफिट भी देते हैं हालांकि सुपरमार्केट के आने से लोकल दुकानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है।

FMCG Companies

ऐसे कंपनियां जो FMCG Products बनाती हैं उन्हे FMCG Companies बोला जाता है भारत में ऐसी कई कंपनियां हैं जो एफएमसीजी प्रोडक्ट्स बनाती हैं नीचे आप FMCG कंपनियों की लिस्ट देख सकते हैं।

FMCG Companies List in India

  • Godrej Consumer Products Limited
  • Parle Biscuits Pvt. Ltd
  • Britannia Industries Limited
  • Dabur India Limited
  • Nakoda Group of Industries
  • ITC Limited
  • Patanjali Ayurved Limited
  • Nestle India
  • Marico Limited
  • Hatsun Agro Product Limited
  • GRM Overseas Ltd
  • Vadilal Industries
  • LT Foods
  • Emami Limited
  • Flex Foods
  • Amrit Corp. Limited
  • Heritage Foods
  • Anjani Foods Limited
  • Himalaya Food International Limited
  • Lotus Chocolate Company Ltd
  • Pratap Snacks and Private Limited
  • Varun Beverages Limited
  • Jyothy laboratories
  • Bajaj Consumer Care Limited

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में मैने आपको FMCG Kya Hai के बारे में विस्तार से बताया जिसमे आपने FMCG से जुड़ी सभी जानकारियों के बारे में जाना, दोस्तों अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा हो तो इसे अन्य लोगों को भी जरूर शेयर करें ताकी वे भी जान सकें की FMCG Kya Hota Hai और FMCG Full Form in Hindi के बारे में।