Job vs Network Marketing दोनों में बेहतर कौन है?

Job vs Network Marketing

दोस्तों इस आर्टिकल में आज हम Job vs Network Marketing in Hindi के बारे में जानेंगे।

दोस्तों जॉब करना काफी मुश्किल भरा काम है, लेकिन खुद का नेटवर्क बनाना उससे भी कठिन काम है। सबसे कमाल की बात तो ये है, जब भी कोई नेटवर्क मार्केटिंग का नाम सुनता है उनके मन में एक ही ख्याल आता है, वही जोड़ने वाला काम, वही नेटवर्क बनाने वाला काम। लेकिन वे जॉब करके खुद किसी के नेटवर्क में काम कर रहे होते हैं, किसी दूसरे के अंडर में काम कर रहे होते हैं और ऊपर वाले को अमीर बनाने में लगे रहते हैं।

जो लोग एवरेज होते हैं वो हमेशा किसी के अंडर में रहकर काम करते हैं, और दिनरात उस व्यक्ति को अमीर बनाने में लगे रहते हैं। 

स्मार्ट लोग किसी के लिए काम नही करते बल्कि लोगों से काम करवाते हैं।

नौकरी करने वाले लोग अपनी पूरी जिंदगी किसी दूसरे के नीचे काम करते हैं, क्या आपको नही लगता की आप भी एक फ्री लाइफ जिएं। जब मन करें परिवार के साथ समय बिताएं, जब मन करें घूमने चले जाएं।

नौकरी करने वाले डर के वजह से ही काम करते हैं, उनमें नौकरी से निकाले जाने का डर होता है, घर की खर्चा ना चला पाने का डर होता है। 

लेकिन दोस्तों आपको ये हमेशा याद रखना होगा की जो लोग भी अपने लाइफ में कामयाब हुए हैं, वो लोग भी फैल हुए थे, डर उनमें भी था लेकिन उन्होंने डर को अपने ऊपर हावी नही होने दिया।

अगर हम बात करें Job vs Network Marketing की तो दोनों ही अपने अपने जगह सही है, अब ये आप पर निर्भर करता है की आपको कैसा लाइफ जीना है। आज हम इस आर्टिकल में इन दोनो में अंतर जानेंगे यहां से आप समझ जाएंगे की इन दोनों में कौन बेहतर है। 

Job vs Network Marketing in Hindi

1. Income 

जॉब में इनकम फिक्स होती है अगर आपका बजट गड़बड़ा रहा है तो आपको दूसरी जॉब खोजनी पड़ेगी या फिर पार्ट टाइम एक और काम करना पड़ेगा और ज्यादातर नौकरी करने वाले लोग यही करते भी हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में कोई फिक्स इनकम नही होती, इसमें आप अपने अनुसार बजट बना सकते हैं यह आप पर निर्भर करता है की आप कितना मेहनत करते हैं।

2. Timing 

जॉब में टाइमिंग फिक्स होती है, चाहे वो 8 घंटे की हो, 10 घंटे की हो या 12 घंटे की हो। उसमें आपको रोज रोज ड्यूटी जाना है तो जाना है। वहीं नेटवर्क मार्केटिंग में कोई फिक्स टाइमिंग नही होता है, इसमें आप अपने हिसाब से टाइमिंग फिक्स कर सकते हैं और समय निकालकर कभी भी काम कर सकते हैं। 

3. Freedom

जॉब में फ्रीडम ना के बराबर होता है, जॉब में आप जबतक काम करेंगे तबतक पैसा आएगा और अगर काम नही करेंगे तो पैसा नही मिलेगा। नेटवर्क मार्केटिंग में आप आजाद होते हैं, इसमें आपको कोई बोलने वाला नही होता आप खुद के बॉस होते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में आप पूरी तरह से आजाद होते हैं और एक समय ऐसा आता है जब बिना काम किए भी पैसा आता रहता है।

4. Risk 

जॉब में कोई रिस्क नहीं होती इसमें आप सिक्योर होते हैं, इसमें आपको मंथली इनकम आता रहता है, लेकिन यह तभी तक जबतक आप सर्विस में होते हैं। वहीं अगर आप नेटवर्क मार्केटिंग में है तो तैयार रहें रिस्क उठाने के लिए इसमें आपको बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन जिस दिन आप कामयाब होंगे उस दिन समझ आएगा की अगर ये दिक्कतें ना आती तो सायद सफलता भी नही मिल पाती। दोस्तों अगर सफल होना तो रिस्क तो उठाना ही पड़ेगा। 

5. Retirement

जॉब में रिटायरमेंट लेने के लिए आपको 40-50 साल तक काम करना पड़ेगा, लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग में सिर्फ 4-5 साल काम करके ही रिटायरमेंट लिया जा सकता है।

दोस्तों आपने इस आर्टिकल में Job vs Network Marketing in Hindi के बारे में जाना, अब आप समझ गए होंगे की दोनों में कौन बेहतर है और आपको क्या करना चाहिए।